View this in:
This stotram is in सरल दॆवनागरी(हिंन्दी). View this in
शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam), with appropriate anuswaras marked.
गणपति प्रार्थन घनापाठं
ॐ गणाना''म् त्वा गणप'तिग्^म् हवामहे कविं क'वीनाम् उपमश्र'वस्तवम् | ज्येष्ठराजं ब्रह्म'णां ब्रह्मणस्पत आ नः' शृण्वन्नूतिभि'स्सीद साद'नम् ‖
प्रणो' देवी सर'स्वती | वाजे'भिर् वाजिनीवती | धीनाम'वित्र्य'वतु ‖
गणेशाय' नमः | सरस्वत्यै नमः | श्री गुरुभ्यो नमः |
हरिः ॐ ‖
घनापाठः
गणाना''म् त्वा गणाना''म् गणाना''म् त्वा गणप'तिं गणप'तिं त्वा गणानां'' गणानां'' त्वा गणप'तिम् ‖
त्वा गणप'तिं त्वात्वा गणप'तिग्^म् हवामहे हवामहे गणप'तिं त्वात्वा गणप'तिग्^म् हवामहे | गणप'तिग्^म् हवामहे हवामहे गणप'तिं गणप'तिग्^म् हवामहे कविन्कविग्^म् ह'वामहे गणप'तिं गणप'तिग्^म् हवामहे कविम् | गणप'तिमिति'गण-पतिम् ‖
हवामहे कविं कविग्ं ह'वामहे हवामहे कविं क'वीनान्क'वीनां कविगं ह'वामहे हवामहे कविन्क'वीनाम् ‖
कविन्क'वीनान्कवीनां कविन्कविं क'वीनामु'पमश्र'वस्तम मुपमश्र'वस्तम न्कवीनां कविन्कविं क'वीनामु'पमश्र'वस्तमम् ‖
कवीनामु'पमश्र'व स्तममुपमश्र'वस्तमं कवीना न्क'वीना मु'पमश्र'वस्तमम् | उपमश्र'वस्तम मित्यु'पमश्र'वः-तमम् ‖
ज्येष्टराजं ब्रह्म'णां ब्रह्म'णां ज्येष्ठराजं' ज्येष्ठराजं' ज्येष्ठराजं ब्रह्म'णां ब्रह्मणो ब्रह्मणो ब्रह्म'णां ज्येष्ठराजं' ज्येष्ठराजं' ज्येष्ठराजं ब्रह्म'णां ब्रह्मणः | ज्येष्ठराजमिति'ज्येष्ठ राजम्'' ‖
ब्रह्म'णां ब्रह्मणो ब्रह्मणो ब्रह्म'णां ब्रह्म'णां ब्रह्मणस्पते पतेब्रह्मणो ब्रह्म'णां ब्रह्म'णां ब्रह्मणस्पते ‖
ब्रह्मणस्पते पते ब्रह्मणो ब्रह्मणस्पत आप'ते ब्रह्मणो ब्रह्मणस्पत आ | पत आ प'तेपत आनो'न आप'ते पत आनः' ‖
आनो'न आन'श्शृण्वन् छृण्वन्न आन'श्शृण्वन् | न श्शृण्वन् छृण्वन्नो'न श्शृण्वन्नूतिभि' रूतिभिश्शृण्वन्नो'न श्शृण्वन्नूतिभिः' ‖
श्शृण्वन्नूतिभि' रूतिभिश्शृण्वन् छृण्वन्नूतिभि'स्सीद सीदोतिभि'श्शृण्वन् छृण्वन्नूतिभि'स्सीद ‖
ऊतिभि'स्सीद सीदोतिभि' रूतिभि'स्सीद साद'नगं साद'नगं सीदोतिभि'रूतिभि'स्सीद साद'नम् | ऊतिभि रित्यूति-भिः ‖
सीदसाद'नगं साद'नगं सीद सीद साद'नम् | साद'नमिति साद'नम् ‖
प्रणो' नः प्रप्रणो' देवी देवी नः प्रप्रणो' देवी | नो' देवी देवी नो'नो देवी सर'स्वती सर'स्वती देवी नो' नो देवी सर'स्वती ‖
देवी सर'स्वती सर'स्वती देवी देवी सर'स्वती वाजेभिर्वाजे'भि स्सर'स्वती देवी देवी सर'स्वती देवी सरस्वती वाजे'भिः ‖
सर'स्वती वाजे'भि र्वाजे'भि स्सर'स्वती सर'स्वती वाजे'भि र्वाजिनी'वती वाहिनी'वती वाजे'भि स्सर'स्वती सर'स्वती वाजे'भि र्वाजिनी'वती ‖
वाजे'भिर्वाजिनी'वती वाजिनी'वती वाजे'भिर्वाजे'भिर्वाजिनी'वती | वाजिनी'वतीति' वाजिनी'वती वाजे'भिर्वाजे'भिर्वाजिनी'वती | वाजिनी'वतीति' वाजिनी'-वती ‖
धीना म'वित्र्य'वित्री धीनां धीनाम'वित्र्य' वत्व वत्ववित्री धीनां धीनाम'वित्र्य'वतु | अवित्र्य'वत्वव त्ववित्र्य'वि त्र्य'वतु | अवत्वित्य'वतु ‖