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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in
सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.
त्यागराज पञ्चरत्न कीर्तन कन कन रुचिरा
कूर्पु: श्री त्यागराजाचार्युलु
रागं: वरालि
तालं: आदि
कन कन रुचिरा
कनक वसन निन्नु
दिन दिनमुनु अनुदिन दिनमुनु
मनसुन चनुवुन निन्नु
कन कन रुचिर कनक वसन निन्नु
पालुगारु मोमुन
श्रीयपार महिम कनरु निन्नु
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
कलकलमनु मुखकल गलिगिन सीत
कुलुकुचु नोर कन्नुलनु जूचे निन्नु
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
बालाकाभ सुचेल मणिमय मालालङ्कृत कन्धर
सरसिजाक्ष वर कपोल सुरुचिर किरीटधर सन्ततम्बु मनसारग
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
सपत्नि मातयौ सुरुचिचे कर्ण शूलमैन माटल वीनुल
चुरुक्कन तालक श्री हरिनि ध्यानिञ्चि सुखियिम्पग लेदा यटु
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
मृदमद ललाम शुभानिटिल वर जटायु मोक्ष फलद
पवमान सुतुडु नीदु महिम दॆल्प सीत दॆलिसि
वलचि सॊक्कलेदा आरीति निन्नु
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
सुखास्पद विमुखाम्बुधर पवन विदेह मानस विहाराप्त
सुरभूज मानित गुणाङ्क चिदानन्द खग तुरङ्ग धृत रथङ्ग
परम दयाकर करुणारस वरुणालय भयापहर श्री रघुपते
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
कामिञ्चि प्रेममीद करमुल नीदु पाद कमलमुल बट्टुकॊनु
वाडु साक्षि राम नाम रसिकुडु कैलास सदनुडु साक्षि
मरियु नारद पराशर शुक शौनक पुरन्धर नगजा धरज
मुख्युलु साक्षि गादा सुन्दरेश सुख कलशाम्बुधि वासा श्रितुलके
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
सततमु प्रेम पूरितुडगु त्यागराजनुत
मुखजित कुमुदहित वरद निन्नु
कन कन रुचिरा कनक वसन निन्नु
कन कन रुचिरा