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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in
सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.
त्यागराज कीर्तन मरुगेलरा ओ राघवा
मरुगेलरा ओ राघवा!
मरुगेल - चरा चर रूप
परात्पर सूर्य सुधाकर लोचन
अन्नि नी वनुचु अन्तरङ्गमुन
तिन्नगा वॆदकि तॆलुसुकॊण्टि नय्य
नॆन्नॆ गानि मदिनि ऎन्नजाल नॊरुल
नन्नु ब्रोववय्य त्याग राजनुत