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शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam), with appropriate anuswaras marked.
नारसिंह शतकम्
001
सी। श्रीमनोहर | सुरा - र्चित सिंधुगंभीर |
भक्तवत्सल | कोटि - भानुतेज |
कंजनेत्र | हिरण्य - कश्यपांतक | शूर |
साधुरक्षण | शंख - चक्रहस्त |
प्रह्लाद वरद | पा - पध्वंस | सर्वेश |
क्षीरसागरशायि | - कृष्णवर्ण |
पक्षिवाहन | नील - भ्रमरकुंतलजाल |
पल्लवारुणपाद - पद्मयुगल |
ते। चारुश्रीचंदनागरु - चर्चितांग |
कुंदकुट्मलदंत | वै - कुंठधाम |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
002
सी। पद्मलोचन | सीस - पद्यमुल् नी मीद
जॆप्पबूनितिनय्य | - चित्तगिंपु
गण यति प्रास ल - क्षणमु जूडगलेदु
पंचकाव्य श्लोक - पठन लेदु
अमरकांडत्रयं - बरसि चूडगलेदु
शास्त्रीय ग्रंधमुल् - चदुवलेदु
नी कटाक्षंबुन - ने रचिंचॆद गानि
प्रज्ञ नायदि गादु - प्रस्तुतिंप
ते। दप्पुगलिगिन सद्भक्ति - तक्कुवौनॆ
चॆऱकुनकु वंकपोयिन - चॆडुनॆ तीपु?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
003
सी। नरसिंह | नी दिव्य - नाममंत्रमुचेत
दुरितजालमु लन्नि - दोलवच्चु
नरसिंह | नी दिव्य - नाममंत्रमुचेत
बलुवैन रोगमुल् - पापवच्चु
नरसिंह | नी दिव्य - नाममंत्रमुचेत
रिपुसंघमुल संह - रिंपवच्चु
नरसिंह | नी दिव्य - नाममंत्रमुचेत
दंडहस्तुनि बंट्ल - दरमवच्चु
ते। भलिर | ने नी महामंत्र - बलमुचेत
दिव्य वैकुंठ पदवि सा - धिंपवच्चु
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
004
सी। आदिनारायणा | - यनुचु नालुकतोड
बलुक नेर्चिनवारि - पादमुलकु
साष्टांगमुग नम - स्कार मर्पण जेसि
प्रस्तुतिंचॆदनय्य - बहुविधमुल
धरणिलो नरुलॆंत - दंडिवारैननु
निन्नु गाननिवारि - ने स्मरिंप
मेमु श्रेष्ठुल मंचु - मिदुकुचुंचॆडिवारि
चॆंत जेरगनोनु - शेषशयन
ते। परम सात्विकुलैन नी - भक्तवरुल
दासुलकु दासुडनु जुमी - धात्रिलोन
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
005
सी। ऐश्वर्यमुलकु नि - न्ननुसरिंपगलेदु
द्रव्य मिम्मनि वॆंट - दगुललेदु
कनक मिम्मनि चाल - गष्टपॆट्टगलेदु
पल्ल किम्मनि नोट - बलकलेदु
सॊम्मु लिम्मनि निन्नु - नम्मि कॊल्वगलेदु
भूमु लिम्मनि पेरु - पॊगडलेदु
बलमु लिम्मनि निन्नु - ब्रतिमालगालेदु
पसुल निम्मनि पट्टु - पट्टलेदु
ते। नेनु गोरिन दॊक्कटे - नीलवर्ण
चय्यननु मोक्षमिच्चिन - जालु नाकु
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
006
सी। मंदुंडननि नन्नु - निंद चेसिननेमि?
ना दीनतनु जूचि - नव्व नेमि?
दूरभावमुलेक - तूलनाडिन नेमि?
प्रीतिसेयक वंक - बॆट्ट नेमि?
कक्कसंबुलु पल्कि - वॆक्किरिंचिन नेमि?
तीव्रकोपमुचेत - दिट्ट नेमि?
हॆच्चुमाटलचेत - नॆम्मॆ लाडिन नेमि?
चेरि दापट गेलि - चेयनेमि?
ते। कल्पवृक्षंबुवलॆ नीवु - गल्ग निंक
ब्रजल लक्ष्यंबु नाकेल? - पद्मनाभ |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
007
सी। चित्तशुद्धिग नीकु - सेवजेसॆदगानि
पुडमिलो जनुल मॆ - प्पुलकु गादु
जन्मपावनतकै - स्मरणजेसॆद गानि
सरिवारिलो ब्रति - ष्थलकु गादु
मुक्तिकोसमु नेनु - म्रॊक्कि वेडॆदगानि
दंडिभाग्यमु निमि - त्तंबु गादु
निन्नु बॊगडग विद्य - नेर्चितिनेकानि
कुक्षिनिंडॆडु कूटि - कॊऱकु गादु
ते। पारमार्थिकमुनकु ने बाटुपडिति
गीर्तिकि नपेक्षपडलेदु - कृष्णवर्ण |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
008
सी। श्रवण रंध्रमुल नी - सत्कथल् पॊगडंग
लेश मानंदंबु - लेनिवाडु
पुण्यवंतुलु निन्नु - बूजसेयग जूचि
भावमंदुत्साह - पडनिवाडु
भक्तवर्युलु नी प्र - भावमुल् पॊगडंग
दत्परत्वमुलेक - तलगुवाडु
तनचित्तमंदु नी - ध्यान मॆन्नडु लेक
कालमंतयु वृधा - गडपुवाडु
ते। वसुधलोनॆल्ल व्यर्धुंडु - वाडॆ यगुनु
मऱियु जॆडुगाक यॆप्पुडु - ममतनॊंदि।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
009
सी। गौतमीस्नानान - गडतेऱुद मटन्न
मॊनसि चन्नील्ललो - मुनुगलेनु
तीर्थयात्रलचे गृ - तार्थु डौदमटन्न
बडलि नेमंबु ले - नडपलेनु
दानधर्ममुल स - द्गतिनि जॆंदुदमन्न
घनमुगा नायॊद्द - धनमुलेदु
तपमाचरिंचि सा - र्धकमु नॊंदुदमन्न
निमिषमैन मनस्सु - निलुपलेनु
ते। कष्टमुलकोर्व नाचेत - गादु निन्नु
स्मरणचेसॆद ना यधा - शक्ति कॊलदि।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
010
सी। अर्थिवांड्रकु नीक - हानि जेयुट कंटॆ
दॆंपुतो वसनाभि - दिनुट मेलु
आडुबिड्डलसॊम्मु - लपहरिंचुट कंटॆ
बंड गट्टुक नूत - बडुट मेलु
परुलकांतल बट्टि - बल्मि गूडुट कंटॆ
बडबाग्नि कीलल - बडुट मेलु
ब्रतुकजालक दॊंग - पनुलु चेयुट कंटॆ
गॊंगुतो मुष्टॆत्तु - कॊनुट मेलु
ते। जलजदलनेत्र नी भक्त - जनुलतोडि
जगडमाडॆडु पनिकंटॆ - जावु मेलु
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
011
सी। गार्दभंबुन केल - कस्तूरि तिलकंबु?
मर्कटंबुन केल - मलयजंबु?
शार्धूलमुनक केल - शर्करापूपंबु?
सूकरंबुन केल - चूतफलमु?
मार्जालमुन केल - मल्लॆपुव्वुलबंति?
गुड्लगूबल केल - कुंडलमुलु?
महिषानि केल नि - र्मलमैन वस्त्रमुल्?
बकसंततिकि नेल - पंजरंबु?
ते। द्रोहचिंतन जेसॆडि - दुर्जनुलकु
मधुरमैनट्टि नीनाम - मंत्रमेल?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
012
सी। पसरंबु वंजैन - बसुलकापरि तप्पु
प्रजलु दुर्जनुलैन - प्रभुनि तप्पु
भार्य गय्यालैन - ब्राणनाधुनि तप्पु
तनयुडु दुष्टयिन - तंड्रि तप्पु
सैन्यंबु चॆदिरिन - सैन्यनाधुनि तप्पु
कूतुरु चॆडुगैन - मात तप्पु
अश्वंबु चॆडुगैन - नारोहकुनि तप्पु
दंति दुष्टयिन मा - वंतु तप्पु
ते। इट्टि तप्पुलॆऱुंगक - यिच्चवच्चि
नटुल मॆलगुदु रिप्पु डी - यवनि जनुलु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
013
सी। कोतिकि जलतारु - कुल्लायि येटिकि?
विरजाजि पूदंड - विधव केल?
मुक्किडितॊत्तुकु - मुत्तॆंपु नत्तेल?
नद्द मेमिटिकि जा - त्यंधुनकुनु?
माचकम्मकु नेल - मौक्तिकहारमुल्?
क्रूरचित्तुनकु स - द्गोष्ठु लेल?
ऱंकुबोतुकु नेल - बिंकंपु निष्ठलु?
वावि येटिकि दुष्ट - वर्तनुनकु?
ते। माट निलुकड कुंकरि - मोटु केल?
चॆविटिवानिकि सत्कथ - श्रवण मेल?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
014
सी। मान्यंबुलीय स - मर्धुडॊक्कडु लेडु
मान्यमुल् चॆऱुप स - मर्धु लंत
यॆंडिन यूल्लगो - डॆऱिगिंप डॆव्वडु
बंडिन यूल्लमु - ब्रभुवु लंत
यितडु पेद यटंचु - नॆऱिगिंप डॆव्वंडु
कलवारि सिरु लॆन्न - गलरु चाल
दनयालि चेष्टल - तप्पॆन्न डॆव्वडु
बॆऱकांत ऱंकॆन्न - बॆद्द लंत
ते। यिट्टि दुष्टुल कधिकार - मिच्चिनट्टि
प्रभुवु तप्पु लटंचुनु - बलुकवलॆनु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
015
सी। तल्लिगर्भमुनुंडि - धनमु ते डॆव्वडु
वॆल्लिपोयॆडिनाडु - वॆंटरादु
लक्षाधिकारैन - लवण मन्नमॆ कानि
मॆऱुगु बंगारंबु - म्रिंगबोडु
वित्त मार्जनजेसि - विर्रवीगुटॆ कानि
कूडबॆट्टिन सॊम्मु - तोडरादु
पॊंदुगा मऱुगैन - भूमिलोपल बॆट्टि
दानधर्ममु लेक - दाचि दाचि
ते। तुदकु दॊंगल कित्तुरो - दॊरल कवुनॊ
तेनॆ जुंटीग लिय्यवा - तॆरुवरुलकु?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
016
सी। लोकमं दॆवडैन - लोभिमानवु डुन्न
भिक्ष मर्थिमि जेत - बॆट्टलेडु
तानु बॆट्टकयुन्न - तगवु पुट्टदुगानि
यॊरुलु पॆट्टग जूचि - योर्वलेडु
दातदग्गऱ जेरि - तन मुल्लॆ चॆडिनट्लु
जिह्वतो जाडीलु - चॆप्पुचुंडु
फलमु विघ्नंबैन - बलु संतसमुनंदु
मेलु कल्गिन जाल - मिणुकुचुंडु
ते। श्रीरमानाथ | यिटुवंटि - क्रूरुनकुनु
भिक्षुकुल शत्रुवनि - पेरु पॆट्टवच्चु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
017
सी। तनुवुलो ब्राणमुल् = तरलिपॊय्यॆडिवेल
नी स्वरूपमुनु ध्या - निंचुनतडु
निमिषमात्रमुलोन - निन्नु जेरुनु गानि
यमुनि चेतिकि जिक्कि - श्रमलबडडु
परमसंतोषान - भजन जेसॆडिवारि
पुण्य मेमनवच्चु - भोगिशयन
मोक्षमु नी दास - मुख्युल कगु गानि
नरक मॆक्कडिदय्य - नलिननेत्र
ते। कमलनाभ नी महिमलु - गानलेनि
तुच्छुलकु मुक्तिदॊरकुट - दुर्लभंबु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
018
सी। नीलमेघश्याम | - नीवॆ तंड्रिवि माकु
कमलवासिनि मम्मु - गन्नतल्लि
नी भक्तवरुलंत - निजमैन बांधवुल्
नी कटाक्षमु मा क - नेकधनमु
नी कीर्तनलु माकु - लोक प्रपंचंबु
नी सहायमु माकु - नित्यसुखमु
नी मंत्रमे माकु - निष्कलंकपु विद्य
नी पद ध्यानंबु - नित्यजपमु
ते। तोयजाताक्ष नी पाद - तुलसिदलमु
रोगमुल कौषधमु ब्रह्म - रुद्रविनुत।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
019
सी। ब्रतिकिनन्नाल्लु नी - भजन तप्पनु गानि
मरणकालमुनंदु - मऱतुनेमॊ
यावेल यमदूत - लाग्रहंबुन वच्चि
प्राणमुल् पॆकलिंचि - पट्टुनपुडु
कफ वात पैत्यमुल् - गप्पगा भ्रमचेत
गंप मुद्भवमंदि - कष्टपडुचु
ना जिह्वतो निन्नु - नारायणा यंचु
बिलुतुनो श्रमचेत - बिलुवनॊ
ते। नाटि किप्पुडॆ चेतु नी - नामभजन
तलचॆदनु, जॆवि निडवय्य | - धैर्यमुगनु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
020
सी। पांचभौतिकमु दु - र्बलमैन कायं बि
दॆप्पुडो विडुचुट - यॆऱुकलेदु
शतवर्षमुलदाक - मितमु जॆप्पिरि गानि
नम्मरा दामाट - नॆम्मनमुन
बाल्यमंदो मंचि - प्रायमंदो लेक
मुदिमियंदो लेक - मुसलियंदॊ
यूरनो यडविनो - युदकमध्यमुननो
यॆप्पुडो विडुचुट - येक्षणंबॊ
ते। मरणमे निश्चयमु बुद्धि - मंतुडैन
देहमुन्नंतलो मिम्मु - दॆलियवलयु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
021
सी। तल्लिदंड्रुलु भार्य - तनयु लाप्तुलु बाव
मऱदु लन्नलु मेन - मामगारु
घनमुगा बंधुवुल् - गल्गिनप्पटिकैन
दानु दर्लग वॆंट - दगिलि रारु
यमुनि दूतलु प्राण - मपगरिंचुक पोग
ममततो बोराडि - मान्पलेरु
बलग मंदऱु दुःख - पडुट मात्रमॆ कानि
यिंचुक यायुष्य - मिय्यलेरु
ते। चुट्टमुलमीदि भ्रमदीसि - चूर जॆक्कि
संततमु मिम्मु नम्मुट - सार्थकंबु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
022
सी। इभराजवरद | नि - न्नॆंत बिल्चिनगानि
माऱु पल्क वदेमि - मौनितनमॊ?
मुनिजनार्चित | निन्नु - म्रॊक्कि वेडिनगानि
कनुल जूड वदेमि - गडुसुदनमॊ?
चाल दैन्यमुनॊंदि - चाटु चॊच्चिनगानि
भाग्य मिय्य वदेमि - प्रौढतनमॊ?
स्थिरमुगा नीपाद - सेव जेसॆद नन्न
दॊरकजाल वदेमि - धूर्ततनमॊ?
ते। मोक्षदायक | यिटुवंटि - मूर्खजनुनि
कष्टपॆट्टिन नीकेमि - कडुपुनिंडु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
023
सी। नीमीद कीर्तनल् - नित्यगानमु जेसि
रम्यमॊंदिंप ना - रदुडगानु
सावधानमुग नी - चरण पंकज सेव
सलिपि मॆप्पंपंग - शबरिगानु
बाल्यमप्पटिनुंडि - भक्ति नीयंदुन
गलुगनु ब्रह्लाद - घनुडगानु
घनमुगा नीमीदि - ग्रंथमुल् गल्पिंचि
विनुतिसेयनु व्यास - मुनिनिगानु
ते। साधुडनु मूर्खमति मनु - ष्याधमुडनु
हीनुडनु जुम्मि नीवु - न न्नेलुकॊनुमु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
024
सी। अतिशयंबुग गल्ल - लाडनेर्चितिगानि
पाटिगा सत्यमुल् - पलुकनेर
सत्कार्य विघ्नमुल् - सलुप नेर्चितिगानि
यिष्ट मॊंदग निर्व - हिंपनेर
नॊकरि सॊम्मुकु दोसि - लॊग्ग नेर्चितिगानि
चॆलुवुगा धर्मंबु - सेयनेर
धनमु लिय्यंग व - द्दनग नेर्चितिगानि
शीघ्र मिच्चॆडुनट्लु - चॆप्पनेर
ते। बंकजाताक्ष | ने नति - पातकुडनु
दप्पुलन्नियु क्षमियिंप - दंड्रि वीवॆ |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
025
सी। उर्विलो नायुष्य - मुन्न पर्यंतंबु
माय संसारंबु - मरगि नरुडु
सकल पापमुलैन - संग्रहिंचुनु गानि
निन्नु जेरॆडि युक्ति - नेर्वलेडु
तुदकु गालुनियॊद्दि - दूत लिद्दऱु वच्चि
गुंजुक चनि वारु - ग्रुद्दुचुंड
हिंस कोर्वग लेक - येड्चि गंतुलुवेसि
दिक्कु लेदनि नाल्गु - दिशलु चूड
ते। दन्नु विडिपिंप वच्चॆडि - धन्यु डेडि
मुंदु नीदासुडै युन्न - मुक्ति गलुगु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
026
सी। अधिक विद्यावंतु - लप्रयोजकुलैरि
पूर्णशुंठलु सभा - पूज्युलैरि
सत्यवंतुलमाट - जन विरोधंबायॆ
वदरुबोतुलमाट - वासिकॆक्कॆ
धर्मवादनपरुल् - दारिद्र्यमॊंदिरि
परमलोभुलु धन - प्राप्तुलैरि
पुण्यवंतुलु रोग - भूत पीडितुलैरि
दुष्टमानवुलु व - र्धिष्णुलैरि
ते। पक्षिवाहन | मावंटि - भिक्षुकुलकु
शक्तिलेदायॆ निक नीवॆ - चाटु माकु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
027
सी। भुजबलंबुन बॆद्द - पुलुल जंपगवच्चु
पामुकंठमु जेत - बट्टवच्चु
ब्रह्म राक्षसकोट्ल - बाऱद्रोलगवच्चु
मनुजुल रोगमुल् - मान्पवच्चु
जिह्व किष्टमुगानि - चेदु म्रिंगगवच्चु
बदनु खड्गमु चेत - नदमवच्चु
गष्टमॊंदुचु मुंड्ल - कंपलो जॊरवच्चु
दिट्टुबोतुल नोल्लु - कट्टवच्चु
ते। बुडमिलो दुष्टुलकु ज्ञान - बोध तॆलिपि
सज्जनुल जेयले डॆंत - चतुरुदैन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
028
सी। अवनिलोगल यात्र - लन्नि चेयगवच्चु
मुख्युडै नदुलंदु - मुनुगवच्चु
मुक्कुपट्टुक संध्य - मॊनसि वार्वगवच्चु
दिन्नगा जपमाल - द्रिप्पवच्चु
वेदाल कर्थंबु - विऱिचि चॆप्पगवच्चु
श्रेष्ठ् क्रतुवु लॆल्ल - जेयवच्चु
धनमु लक्षलु कोट्लु - दानमिय्यगवच्चु
नैष्ठिकाचारमुल् - नडुपवच्चु
ते। जित्त मन्यस्थलंबुन - जेरकुंड
नी पदांभोजमुलयंदु - निलपरादु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
029
सी। कर्णयुग्ममुन नी - कथलु सोकिनजालु
पॆद्द पोगुल जोल्लु - पॆट्टिनट्लु
चेतु लॆत्तुचु बूज - सेयगल्गिनजालु
तोरंपु कडियालु - दॊडिगिनट्लु
मॊनसि मस्तकमुतो - म्रॊक्क गल्गिनजालु
चॆलुवमैन तुरायि - चॆक्किनट्लु
गलमु नॊव्वग निन्नु - बलुक गल्गिनजालु
विंतगा गंठीलु - वेसिनट्लु
ते। पूनि निनु गॊल्चुटे सर्व - भूषणंबु
लितर भूषणमुल निच्च - गिंपनेल।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
030
सी। भुवनरक्षक | निन्नु - बॊगडनेरनि नोरु
व्रज कगोचरमैन - पाडुबॊंद
सुरवरार्चित | निन्नु - जूडगोरनि कनुल्
जलमुलोपल नॆल्लि - सरपुगुंड्लु
श्रीरमाधिम | नीकु - सेवजेयनि मेनु
कूलि कम्मुडुवोनि - कॊलिमितित्ति
वेड्कतो नीकथल् - विननि कर्णमुलैन
गठिनशिलादुल - गलुगु तॊललु
ते। पद्मलोचन नीमीद - भक्तिलेनि
मानवुडु रॆंडुपादाल - महिषमय्य।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
031
सी। अतिविद्यनेर्चुट - अन्नवस्त्रमुलके
पसुल नार्जिंचुट - पालकॊऱकॆ
सतिनि बॆंड्लाडुट - संसार सुखमुके
सुतुल बोषिंचुट - गतुलकॊऱकॆ
सैन्यमुल् गूर्चुट - शत्रुजयमुनके
सामु नेर्चुटलॆल्ल - चावुकॊऱकॆ
दानमिच्चुटयु मुं - दटि संचितमुनके
घनमुगा जदुवुट - कडुपु कॊऱकॆ
ते। यितर कामंबु गोरक - सततमुगनु
भक्ति नीयंदु निलुपुट - मुक्ति कॊऱकॆ
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
032
सी। धरणिलो वेयेंड्लु - तनुवु निल्वगबोदु
धन मॆप्पटिकि शाश्व - तंबु गादु
दारसुतादुलु - तनवॆंट रालेरु
भ्रुत्युलु मृतिनि द - प्पिंपलेरु
बंधुजालमु तन्नु - ब्रतिकिंचुकोलेरु
बलपराक्रम मेमि - पनिकि रादु
घनमैन सकल भा - ग्यं बॆंत गल्गिन
गोचिमात्रंबैन - गॊनुचुबोडु
ते। वॆर्रि कुक्कल भ्रमलन्नि - विडिचि निन्नु
भजन जेसॆडिवारिकि - बरमसुखमु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
033
सी। नरसिंह | नाकु दु - र्णयमुले मॆंडायॆ
सुगुण मॊक्कटिलेदु - चूड जनिन
नन्यकांतल मीद - नाश मानगलेनु
नॊरुल क्षेममु चूचि - योर्वलेनु
इटुवंटि दुर्बुद्धु - लिन्नि ना कुन्नवि
नेनु जेसॆडिवन्नि - नीचकृतुलु
नावंटि पापिष्ठि - नरुनि भूलोकान
बुट्टजेसिति वेल - भोगिशयन |
ते। अब्जदलनेत्र | नातंड्रि - वैन फलमु
नेरमुलु गाचि रक्षिंपु - नीवॆ दिक्कु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
034
सी। धीरत बरुल निं - दिंप नेर्चिति गानि
तिन्नगा निनु ब्रस्तु - तिंपनैति
बॊरुगु कामिनुलंदु - बुद्धि निल्पिति गानि
निन्नु संततमु ध्या - निंपनैति
बॆरिकिमुच्चट लैन - मुरिसि विंटिनिगानि
यॆंचि नीकथ लाल - किंचनैति
गौतुकंबुन बात - कमु गडिंचितिगानि
हॆच्चु पुण्यमु संग्र - हिंपनैति
ते। नवनिलो नेनु जन्मिंचि - नंदु केमि
सार्थकमु गानरादायॆ - स्वल्पमैन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
035
सी। अंत्यकालमुनंदु - नायासमुन निन्नु
दलतुनो तलपनो - तलतु निपुडॆ
नरसिंह | नरसिंह | - नरसिंह | लक्ष्मीश |
दानवांतक | कोटि - भानुतेज |
गोविंद | गोविंद | - गोविंद | सर्वेश |
पन्नगाधिपशायि | - पद्मनाभ |
मधुवैरि | मधुवैरि | - मधुवैरि | लोकेश |
नीलमेघशरीर | निगमविनुत |
ते। ई विधंबुन नीनाम - मिष्टमुगनु
भजनसेयुचु नुंदु ना - भावमंदु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
036
सी। आयुरारोग्य पु - त्रार्थ संपदलन्नि
कलुगजेसॆडि भार - कर्त वीवॆ
चदुवु लॆस्सग नेर्पि - सभलो गरिष्ठाधि
कार मॊंदिंचॆडि - घनुड वीवॆ
नडक मंचिदि पॆट्टि - नरुलु मॆच्चेडुनट्टि
पेरु रप्पिंचॆडि - पॆद्द वीवॆ
बलुवैन वैराग्य - भक्तिज्ञानमुलिच्चि
मुक्ति बॊंदिंचॆडु - मूर्ति वीवॆ
ते। अवनिलो मानवुल कन्नि - यासलिच्चि
व्यर्थुलनु जेसि तॆलिपॆडि - वाड वीवॆ।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
037
सी। काय मॆंत भयान - गापाडिननुगानि
धात्रिलो नदि चूड - दक्क बोदु
एवेल नेरोग - मेमरिंचुनॊ? सत्त्व
मॊंदंग जेयु ने - चंदमुननु
औषधंबुलु मंचि - वनुभविंचिन गानि
कर्म क्षीणंबैन गानि - विडदु;
कोटिवैद्युलु गुंपु - गूडिवच्चिन गानि
मरण मय्यॆडु व्याधि - मान्पलेरु
ते। जीवुनि प्रयाणकालंबु - सिद्धमैन
निलुचुना देह मिंदॊक्क - निमिषमैन?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
038
सी। जंदॆ मिंपुग वेसि - संध्य वार्चिन नेमि
ब्रह्म मंदक काडु - ब्राह्मणुंडु
तिरुमणि श्रीचूर्ण - गुरुरेख लिडिननु
विष्णु नॊंदक काडु - वैष्णवुंडु
बूदिनि नुदुटनु - बूसिकॊनिन नेमि
शंभु नॊंदक काडु - शैवजनुडु
काषाय वस्त्रालु - गट्टि कप्पिन नेमि
याश पोवक काडु - यतिवरुंडु
ते। ऎन्नि लौकिकवेषालु - गट्टुकॊनिन
गुरुनि जॆंदक सन्मुक्ति - दॊरकबोदु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
039
सी। नरसिंह | ने निन्नु - नम्मिनंदुकु जाल
नॆनरु नायंदुंचु - नॆम्मनमुन
नन्नि वस्तुवुलु नि - न्नडिगि वेसटपुट्टॆ
निंकनैन गटाक्ष - मिय्यवय्य
संतसंबुन नन्नु - स्वर्गमंदे युंचु
भूमियंदे युंचु - भोगशयन |
नयमुगा वैकुंठ - नगरमंदे युंचु
नरकमंदे युंचु - नलिननाभ |
ते। ऎचट नन्नुंचिननुगानि - यॆपुडु निन्नु
मऱचि पोकुंड नीनाम - स्मरणनॊसगु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
040
सी। देह मुन्नवऱकु - मोहसागरमंदु
मुनुगुचुंदुरु शुद्ध - मूढजनुलु
सललितैश्वर्यमुल् - शाश्वतं बनुकॊनि
षड्भ्रमलनु मान - जाल रॆवरु
सर्वकालमु माय - संसार बद्धुलै
गुरुनि कारुण्यंबु गोरुकॊनरु
ज्ञान भक्ति विरक्तु - लैन पॆद्दल जूचि
निंद जेयक - तामु निलुवलेरु
ते। मत्तुलैनट्टि दुर्जाति - मनुजुलॆल्ल
निन्नु गनलेरु मॊदटिके - नीरजाक्ष।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
041
सी। इललोन ने जन्म - मॆत्तिनप्पटिनुंडि
बहु गडिंचितिनय्य - पातकमुलु
तॆलिसि चेसिति गॊन्नि - तॆलियजालक चेसि
बाध नॊंदिति नय्य - पद्मनाभ
अनुभविंचॆडु नप्पु - दति प्रयासंबंचु
ब्रजलु चॆप्पग जाल - भयमु गलिगॆ
नॆगिरि पोवुटकुनै - ये युपायंबैन
जेसि चूतमटन्न - जेतगादु
ते। सूर्यशशिनेत्र | नीचाटु - जॊच्चि नानु
कलुषमुलु द्रुंचि नन्नेलु - कष्टमनक।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
042
सी। तापसार्चित | नेनु - पापकर्मुडनंचु
नाकु वंकलबॆट्ट - बोकुचुम्मि
नाटिकि शिक्षलु - नन्नु चेयुटकंटॆ
नेडु सेयुमु नीवु - नेस्तमनक
अतिभयंकरुलैन - यमदूतलकु नन्नु
नॊप्पगिंपकु मय्य - युरगशयन |
नी दासुलनु बट्टि - नीवु दंडिंपंग
वद्दु वद्दन रॆंत - पॆद्दलैन
ते। दंड्रिवै नीवु परपीड - दगुलजेय
वासिगल पेरु कपकीर्ति - वच्चुनय्य।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
043
सी। धरणिलोपल नेनु - तल्लिगर्भमुनंदु
बुट्टिनप्पटिनुंडि - पुण्यमॆऱुग
नेकादशीव्रतं - बॆन्न डुंडुग लेदु
तीर्थयात्रलकैन - दिरुगलेदु
पारमार्थिकमैन - पनुलु चेयगलेदु
भिक्ष मॊक्कनिकैन - बॆट्टलेदु
ज्ञानवंतुलकैन - बूनि म्रॊक्कगलेदु
इतर दानमुलैन - निय्यलेदु
ते। नलिनदलनेत्र | निन्नु ने - नम्मिनानु
जेरि रक्षिंपवे नन्नु - शीघ्रमुगनु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
044
सी। अडविपक्षुल कॆव्व - डाहार मिच्चॆनु
मृगजाति कॆव्वडु - मेतबॆट्टॆ
वनचरादुलकु भो - जन मॆव्व डिप्पिंचॆ
जॆट्ल कॆव्वडु नील्लु - चेदिपोसॆ
स्त्रीलगर्भंबुन - शिशुवु नॆव्वडु पॆंचॆ
फणुल कॆव्वडु पोसॆ - बरग बालु
मधुपालि कॆव्वडु - मकरंद मॊनरिंचॆ
बसुल मॆव्व डॊसंगॆ - बच्चिपूरि
ते। जीवकोट्लनु बोषिंप - नीवॆकानि
वेऱॆ यॊक दात लेडय्य - वॆदकिचूड।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
045
सी। दनुजारि | नावंटि - दासजालमु नीकु
कोटि संख्य गलारु - कॊदुव लेदु
बंट्लसंदडिवल्ल - बहुपराकै नन्नु
मऱचि पोकुमु भाग्य - महिमचेत
दंडिगा भ्रुत्युलु - दगिलि नीकुंडंग
बक्कबं टेपाटि - पनिकि नगुनु?
नीवु मॆच्चॆडि पनुल् - नेनु जेयगलेक
यिंत वृथाजन्म - मॆत्तिनानु
ते। भूजनुललोन ने नप्र - योजकुडनु
गनुक नी सत्कटाक्षंबु - गलुगजेयु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
046
सी। कमललोचन | नन्नु - गन्नतंड्रिविगान
निन्नु नेमऱकुंटि - नेनु विडक
युदरपोषणकुनै - यॊकरि ने नाशिंप
नेर ना कन्नंबु - नीवु नडपु
पॆट्टले नंटिवा - पिन्न पॆद्दललोन
दगवु किप्पुडु दीय - दलचिनानु
धनमु भारंबैन - दलकिरीटमु नम्मु
कुंडलंबुलु पैडि - गॊलुसु लम्मु
ते। कॊसकु नी शंख चक्रमुल् - कुदुवबॆट्टि
ग्रासमु नॊसंगि पोषिंचु - कपटमुडिगि।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
047
सी। कुवलयश्याम | नी - कॊलुवु चेसिन नाकु
जीत मॆंदुकु मुट्ट - जॆप्पवैति
मंचिमाटलचेत - गॊंचॆमिय्यगलेवु
कलहमौ निक जुम्मि - खंडितमुग
नीवु साधुवु गान - निंत पर्यंतंबु
चनवुचे निन्नाल्लु - जरुपवलसॆ
निक ने सहिंप नी - विपुडु नन्नेमैन
शिक्ष चेसिन जेयु - सिद्धमयिति
ते। नेडु करुणिंपकुंटिवा - निश्चयमुग
दॆगबडिति चूडु नीतोड - जगडमुनकु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
048
सी। हरि | नीकु बर्यंक - मैन शेषुडु चाल
बवनमु भक्षिंचि - ब्रतुकुचुंडु
ननुवुगा नीकु वा - हनमैन खगराजु
गॊप्पपामुनु नोट - गॊऱुकुचुंडु
अदिगाक नी भार्य - यैन लक्ष्मीदेवि
दिनमु पेरंटंबु - दिरुगुचुंडु
निन्नु भक्तुलु पिल्चि - नित्यपूजलु चेसि
प्रेम बक्वान्नमुल् - पॆट्टुचुंड्रु
ते। स्वस्थमुग नीकु ग्रासमु - जरुगुचुंडु
गासु नी चेति दॊकटैन - गादु व्ययमु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
049
सी। पुंडरीकाक्ष | ना - रॆंडु कन्नुल निंड
निन्नु जूचॆडि भाग्य - मॆन्नडय्य
वासिगा ना मनो - वांछ दीरॆडुनट्लु
सॊगसुगा नीरूपु - चूपवय्य
पापकर्मुनि कंट - बडकपोवुदमंचु
बरुषमैन प्रतिज्ञ - बट्टिनावॆ?
वसुधलो बतित पा - वनुड वी वंचु ने
बुण्यवंतुलनोट - बॊगड विंटि
ते। नेमिटिकि विस्तरिंचॆ नी - किंत कीर्ति
द्रोहिनैननु ना कीवु - दॊरकरादॆ?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
050
सी। पच्चि चर्मपु दित्ति - पसलेदु देहंबु
लोपल नंतट - रोय रोत
नरमुलु शल्यमुल् - नवरंध्रमुलु रक्त
मांसंबु कंडलु - मैल तित्ति
बलुवैन यॆंड वा - नल कोर्व दिंतैन
दालले दाकलि - दाहमुलकु
सकल रोगमुलकु - संस्थानमॆ युंडु
निलुव दस्थिरमैन - नीटिबुग्ग
ते। बॊंदिलो नुंडु प्राणमुल् - पोयिनंत
गाटिके गानि कॊऱगादु - गव्वकैन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
051
सी। पलुरोगमुलकु नी - पादतीरमॆ कानि
वलपु मंदुलु नाकु - वलदु वलदु
चॆलिमि सेयुचु नीकु - सेव जेसॆद गान
नी दासकोटिलो - निलुपवय्य
ग्रहभयंबुनकु ज - क्रमु दलचॆदगानि
घोररक्षलु गट्ट - गोरनय्य
पामुकाटुकु निन्नु - भजन जेसॆदगानि
दानि मंत्रमु नेनु - तलपनय्य
ते। दॊरिकितिवि नाकु दंडि वै - द्युडवु नीवु
वेयिकष्टालु वच्चिनन् - वॆऱवनय्य।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
052
सी। कूटिकोसरमु ने - गॊऱगानि जनुलचे
बलुगद्दरिंपुलु - पडगवलसॆ?
दार सुत भ्रम - दगिलियुंडगगदा
देशदेशमुलॆल्ल - दिरुगवलसॆ?
बॆनु दरिद्रत पैनि - बॆनगियुंडगगदा
चेरि नीचुलसेव - चेयवलसॆ?
नभिमानमुलु मदि - नंटियुंडगगदा
परुल जूचिन भीति - पडगवलसॆ?
ते। निटुल संसारवारिधि - नीदलेक
वेयिविधमुल निन्नु ने - वेडुकॊंटि।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
053
सी। साधु सज्जनुलतो - जगडमाडिन गीडु
कवुलतो वैरंबु - गांच गीडु
परम दीनुल जिक्क - बट्टि कॊट्टिन गीडु
भिक्षगांड्रनु दुःख - पॆट्ट गीडु
निरुपेदलनु जूचि - निंदजेसिन गीडु
पुण्यवंतुल दिट्ट - बॊसगु गीडु
सद्भक्तुलनु दिर - स्कारमाडिन गीडु
गुरुनि द्रव्यमु दोचु - कॊनिन गीडु
ते। दुष्टकार्यमु लॊनरिंचु - दुर्जनुलकु
घनतरंबैन नरकंबु - गट्टिमुल्लॆ।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
054
सी। परुलद्रव्यमुमीद - भ्रांति नॊंदिनवाडु
परकांतल नपेक्ष - पडॆडुवाडु
अर्थुल वित्तंबु - लपहरिंचॆडुवाडु
दानमिय्यंग व - द्दनॆडिवाडु
सभललोपल निल्चि - चाडिचॆप्पॆडिवाडु
पक्षपु साक्ष्यंबु - पलुकुवाडु
विष्णुदासुल जूचि - वॆक्किरिंचॆडिवाडु
धर्मसाधुल दिट्ट - दलचुवाडु
ते। प्रजल जंतुल हिंसिंचु - पातकुंडु
कालकिंकर गदलचे - गष्टमॊंदु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
055
सी। नरसिंह | ना तंड्रि - नन्नेलु नन्नेलु
कामितार्थमु लिच्चि - कावु कावु
दैत्यसंहार | चाल - दययुंचु दययुंचु
दीनपोषक | नीवॆ - दिक्कु दिक्कु
रत्नभूषितवक्ष | - रक्षिंचु रक्षिंचु
भुवनरक्षक | नन्नु - ब्रोवु ब्रोवु
मारकोटिसुरूप | - मन्निंचु मन्निंचु
पद्मलोचन | चेयि - पट्टु पट्टु
ते। सुरविनुत | नेनु नीचाटु - जॊच्चिनानु
ना मॊऱालिंचि कडतेर्चु - नागशयन |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
056
सी। नी भक्तुलनु गनुल् - निंड जूचियु रॆंडु
चेतुल जोहारु - सेयुवाडु
नेर्पुतो नॆवरैन - नी कथल् चॆप्पंग
विनयमंदुचु जाल - विनॆडुवाडु
तन गृहंबुनकु नी - दासुलु रा जूचि
पीटपै गूर्चुंड - बॆट्टुवाडु
नीसेवकुल जाति - नीतु लॆन्नक चाल
दासोह मनि चेर - दलचुवाडु
ते। परमभक्तुंडु धन्युंडु - भानुतेज |
वानि गनुगॊन्न बुण्यंबु - वसुधलोन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
057
सी। पक्षिवाहन | नेनु - ब्रतिकिनन्निदिनालु
कॊंडॆगांड्रनु गूडि - कुमतिनैति
नन्नवस्त्रमु लिच्चि - यादरिंपुमु नन्नु
गन्नतंड्रिवि नीवॆ - कमलनाभ |
मरण मय्यॆडिनाडु - ममततो नीयॊद्दि
बंट्ल दोलुमु मुंदु - ब्रह्मजनक |
इनजभटावलि - यीडिचिकॊनिपोक
करुणतो नायॊद्द - गाव लुंचु
ते। कॊसकु नी सन्निधिकि बिल्चु - कॊनियु नीकु
सेवकुनि जेसिकॊनवय्य - शेषशयन |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
058
सी। निगमादिशास्त्रमुल् - नेर्चिन द्विजुडैन
यज्ञकर्तगु सोम - याजियैन
धरणिलोपल ब्रभा - त स्नानपरुडैन
नित्यसत्कर्मादि - निरतुडैन
नुपवास नियमंबु - लॊंदु सज्जनुडैन
गाविवस्त्रमुगट्टु - घनुडुनैन
दंडिषोडशमहा - दानपरुंडैन
सकल यात्रलु सल्पु - सरसुडैन
ते। गर्वमुन गष्टपडि निन्नु - गानकुन्न
मोक्षसाम्राज्य मॊंदडु - मोहनांग |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
059
सी। पंजरंबुन गाकि - बट्टि युंचिन लॆस्स
पलुकुने विंतैन - चिलुकवलॆनु?
गार्दभंबुनु दॆच्चि - कल्लॆमिंपुगवेय
दिरुगुने गुर्रंबु - तीरुगानु?
ऎनुपपोतुनु माव - टी डु शिक्षिंचिन
नडचुने मदवार - णंबुवलॆनु?
पॆद्दपिट्टनु मेत - बॆट्टि पॆंचिन ग्रॊव्वि
सागुने वेटाडु - डेगवलॆनु?
ते। कुजनुलनु दॆच्चि नी सेव - कॊऱकु बॆट्ट
वांछतो जेतुरे भक्त - वरुलवलॆनु?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
060
सी। नीकु दासुड नंटि - निन्नु नम्मुकयुंटि
गान नापै नेडु - करुणजूडु
दोसिलॊग्गिति नीकु - द्रोह मॆन्नगबोकु
पद्मलोचन | नेनु - परुडगानु
भक्ति नीपै नुंचि - भजन जेसॆद गानि
परुल वेडनु जुम्मि - वरमु लिम्मु
दंडिदातवु नीवु - तडवुसेयक कावु
घोरपातकराशि - गॊट्टिवैचि
ते। शीघ्रमुग गोर्कु लीडेर्चु - चिंत दीर्चु
निरतमुग नन्नु बोषिंचु - नॆनरु नुंचु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
061
सी। विद्य नेर्चिति नंचु - विर्रवीगगलेदु
भाग्यवंतुड नंचु - बलुकलेदु
द्रव्यवंतुड नंचु - दऱचु निक्कगलेदु
निरतदानमुलैन - नॆऱपलेदु
पुत्रवंतुड नंचु - बॊगडुचुंडगलेदु
भ्रुत्यवंतुड नंचु - बॊगडलेदु
शौर्यवंतुड नंचु - संतसिंपगलेदु
कार्यवंतुड नंचु - गडपलेदु
ते। नलुगुरिकि मॆप्पुगानैन - नडुवलेदु
नलिनदलनेत्र | निन्नु ने - नम्मिनानु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
062
सी। अतिलोभुलनु भिक्ष - मडुगबोवुट रोत
तनद्रव्य मॊकरिंट - दाच रोत
गुणहीनु डगुवानि - कॊलुवु गॊल्चुट रोत
यॊरुल पंचलक्रिंद - नुंड रोत
भाग्यवंतुनितोड - बंतमाडुट रोत
गुऱिलेनि बंधुल - गूड रोत
आदायमुलु लेक - यप्पुदीयुट रोत
जार चोरुल गूडि - चनुट रोत
ते। यादिलक्ष्मीश | नीबंट - नैतिनय्य |
यिंक नॆडबासि जन्मंबु - लॆत्त रोत।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
063
सी। वॆर्रिवानिकि नेल - वेदाक्षरंबुलु?
मोटुवानिकि मंचि - पाट लेल?
पसुलकापरि केल - परतत्त्वबोधलु?
विटकानि केटिको - विष्णुकथलु?
वदरु शुंठल केल - व्रात पुस्तकमुलु?
तिरुगु द्रिम्मरि केल - देवपूज?
द्रव्यलोभिकि नेल - धातृत्व गुणमुलु?
दॊंगबंटुकु मंचि - संग तेल?
ते। क्रूरजनुलकु नीमीद - गोरि केल?
द्रोहि पापात्मुनकु दया - दुःख मेल?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
064
सी। ना तंड्रि नादात - नायिष्टदैवमा
नन्नु मन्ननसेयु - नारसिंह |
दययुंचु नामीद - दप्पुलन्नि क्षमिंचु
निगमगोचर | नाकु - नीवॆ दिक्कु
ने दुरात्मुड नंचु - नीमनंबुन गोप
गिंपबोकुमु स्वामि | - केवलमुग
मुक्तिदायक नीकु - म्रॊक्किनंदुकु नन्नु
गरुणिंचि रक्षिंचु - कमलनाभ |
ते। दंडिदॊर वंचु नीवॆंट - दगिलिनानु
नेडु प्रत्यक्षमै नन्नु - निर्वहिंपु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
065
सी। वेमाऱु नीकथल् - विनुचु नुंडॆडिवाडु
परुल मुच्चटमीद - भ्रांति पडडु
अगणितंबुग निन्नु - बॊगड नेर्चिनवाडु
चॆड्डमाटलु नोट - जॆप्पबोडु
आसक्तिचेत नि - न्ननुसरिंचॆडिवाडु
धनमदांधुलवॆंट - दगुल बोडु
संतसंबुन निन्नु - स्मरणजेसॆडिवाडु
चॆलगि नीचुलपेरु - दलपबोडु
ते। निन्नु नम्मिन भक्तुंडु - निश्चयमुग
गोरि चिल्लर वेल्पुल - गॊल्वबोडु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
066
सी। ने नॆंत वेडिन - नी केल दयरादु?
पलुमाऱु पिलिचिन - बलुक वेमि?
पलिकिन नी कुन्न - पद वेमिबोवु? नी
मोमैन बॊडचूप - वेमि नाकु?
शरणु जॊच्चिनवानि - सवरिंपवलॆ गाक
परिहरिंचुट नीकु - बिरुदु गादु
नीदासुलनु नीवु - निर्वहिंपक युन्न
बरु लॆव्व रगुदुरु - पंकजाक्ष |
ते। दात दैवंबु तल्लियु - दंड्रि वीवॆ
नम्मियुन्नानु नीपाद - नलिनमुलनु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
067
सी। वेदमुल् चदिवॆडु - विप्रवर्युंडैन
रणमु साधिंचॆडु - राजॆयैन
वर्तककृषिकुडौ - वैश्यमुख्युंडैन
बरिचगिंचॆडु शूद्र - वर्युडयिन
मॆच्चुखड्गमु बट्टि - मॆऱयु म्लेच्छुंडैन
ब्रजल कक्कऱपडु - रजकुडैन
चर्म मम्मॆडि हीन - चंडालनरुडैन
नी महीतलमंदु - नॆव्वडैन
ते। निन्नु गॊनियाडुचुंडॆना - निश्चयमुग
वाडु मोक्षाधिकारि यी - वसुधलोन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
068
सी। सकलविद्यलु नेर्चि - सभ जयिंपगवच्चु
शूरुडै रणमंदु - बोरवच्चु
राजराजै पुट्टि - राज्य मेलगवच्चु
हेम गोदानंबु - लिय्यवच्चु
गगनमं दुन्न चु - क्कल नॆंचगावच्चु
जीवरासुल पेल्लु - चॆप्पवच्चु
नष्टांगयोगमु - लभ्यसिंपगवच्चु
मेक रीतिग नाकु - मॆसववच्चु
ते। तामरसगर्भ हर पुरं - दरुलकैन
निन्नु वर्णिंप दरमौनॆ - नीरजाक्ष |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
069
सी। नरसिंह | नीवंटि - दॊरनु संपादिंचि
कुमति मानवुल ने - गॊल्वजाल
नॆक्कु वैश्वर्यंबु - लिय्यलेकुन्ननु
बॊट्टकुमात्रमु - पोयरादॆ?
घनमुगा दिदि नीकु - करवुन बोषिंप
गष्ट मॆंतटि स्वल्प - कार्यमय्य?
पॆट्टजालक येल - भिक्षमॆत्तिंचॆदु
नन्नु बीदनु जेसि - ना वदेमि?
ते। अमल | कमलाक्ष | ने निट्लु - श्रमपडंग
गन्नुलकु बंडुवै नीकु - गानबडुनॆ?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
070
सी। वनरुहनाभ | नी - वंक जेरिति नेनु
गट्टिगा ननु गावु - कावु मनुचु
वच्चिनंदुकु वेग - वरमु लिय्यककानि
लेवबोयिन निन्नु - लेवनिय्य
गूर्चुंडबॆट्टि नी - कॊंगु गट्टिग बट्टि
पुच्चुकॊंदुनु जूडु - भोगिशयन |
यीवेल नी कड्ड - मॆवरु वच्चिनगानि
वारिकैननु लॊंगि - वडकबोनु
ते। गोपगाडनु नीवु ना - गुणमु तॆलिसि
यिप्पुडे नन्नु रक्षिंचि - येलुकॊम्मु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
071
सी। प्रह्लादु डेपाटि - पैडि कानुक लिच्चॆ?
मदगजं बॆन्निच्चॆ - मौक्तिकमुलु?
नारदुं डॆन्निच्चॆ - नगलु रत्नंबु? ल
हल्य नी के यग्र - हार मिच्चॆ?
उडुत नी केपाटि - यूडिगंबुलु चेसॆ?
घनविभीषणु डेमि - कट्न मिच्चॆ?
पंचपांडवु लेमि - लंच मिच्चिरि नीकु?
द्रौपदि नी कॆंत - द्रव्य मिच्चॆ?
ते। नीकु वीरंद ऱयिनट्लु - नेनु गान?
यॆंदु कनि नन्नु रक्षिंप - विंदुवदन |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
072
सी। वांछतो बलिचक्र - वर्तिदग्गर जेरि
भिक्षमॆत्तिति वेल - बिडियपडक?
यडविलो शबरि दि - य्यनि फला लंदिय्य
जेतुलॊग्गिति वेल - सिग्गुपडक?
वेड्कतो वेवेग - विदुरुनिंटिकि नेगि
विंदुगॊंटि वदेमि - वॆलितिपडक?
अडुकु लल्पमु कुचे - लुडु गडिंचुक तेर
बॊक्कसागिति वेल - लॆक्कगॊनक?
ते। भक्तुलकु नीवु पॆट्टुट - भाग्यमौनु
वारि काशिंचितिवि तिंडि - वाड वगुचु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
073
सी। स्तंभमं दुदयिंचि - दानवेंद्रुनि द्रुंचि
करुणतो ब्रह्लादु - गाचिनावु
मकरिचे जिक्कि सा - मजमु दुःखिंचंग
गृपयुंचि वेग र - क्षिंचिनावु
शरणंचु ना विभी - षणुडु नी चाटुन
वच्चिनप्पुडॆ लंक - निच्चिनावु
आ कुचेलुडु चेरॆ - डटुकु लर्पिंचिन
बहुसंपदल निच्चि - पंपिनावु
ते। वारिवलॆ नन्नु बोषिंप - वशमुगादॆ?
यंत वलपक्ष मेल श्री - कांत | नीकु?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
074
सी। व्यासु डे कुलमंदु - वासिगा जन्मिंचॆ?
विदुरु डे कुलमंदु - वृद्धि बॊंदॆ?
गर्णु डेकुलमंदु - घनमुगा वर्धिल्लॆ?
ना वसिष्ठुं डॆंदु - नवतरिंचॆ?
निंपुगा वाल्मीकि - ये कुलंबुन बुट्टॆ?
गुहु डनु पुण्यु डे - कुलमुवाडु?
श्रीशुकु डॆक्कट - जॆलगि जन्मिंचॆनु?
शबरि येकुलमंदु - जन्ममॊंदॆ?
ते। ने कुलंबुन वी रिंद - ऱॆच्चिनारु?
नीकृपापात्रुलकु जाति - नीतु लेल?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
075
सी। वसुधास्थलंबुन - वर्णहीनुडु गानि
बहुल दुराचार - परुडु गानि
तडसि कासिय्यनि - धर्मशून्युडु गानि
चदुवनेरनि मूढ - जनुडु गानि
सकलमानवुलु मॆ - च्चनि कृतघ्नुडु गानि
चूड सॊंपुनु लेनि - शुंठ गानि
अप्रतिष्ठलकु लो - नैन दीनुडु गानि
मॊदटि के मॆऱुगनि - मोटु गानि
ते। प्रतिदिनमु नीदु भजनचे - बरगुनट्टि
वानि के वंक लेदय्य - वच्चु मुक्ति।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
076
सी। इभकुंभमुलमीदि - कॆगिरॆडि सिंगंबु
मुट्टुने कुऱुचैन - मूषकमुनु?
नवचूतपत्रमुल् - नमलुचुन्न पिकंबु
गॊऱुकुने जिल्लेडु - कॊनलु नोट?
अरविंदमकरंद - मनुभविंचॆडि तेटि
पोवुने पल्लेरु - पूलकडकु?
ललित मैन रसाल - फलमु गोरॆडि चिल्क
मॆसवुने भमत नु - म्मॆत्तकाय?
ते। निलनु नीकीर्तनलु पाड - नेर्चिनतडु
परुलकीर्तन बाडुने - यरसि चूड?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
077
सी। सर्वेश | नीपाद - सरसिजद्वयमंदु
जित्त मुंपगलेनु - जॆदरकुंड
नीवैन दययुंचि - निलिचि युंडॆडुनट्लु
चेरि नन्निपु डेलु - सेवकुडनु
वनजलोचन | नेनु - वट्टि मूर्खुड जुम्मि
नीस्वरूपमु जूड - नेर्पु वेग
तन कुमारुन कुग्गु - तल्लि वोसिनयट्लु
भक्तिमार्गं बनु - पालु पोसि
ते। प्रेमतो नन्नु बोषिंचि - पॆंचुकॊनुमु
घनत कॆक्किंचु नीदास - गणमुलोन।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
078
सी। जीमूतवर्ण | नी - मोमुतो सरिराक
कमलारि यतिकलं - कमुनु बडसॆ
सॊगसैन नी नेत्र - युगमुतो सरिराक
नलिनबृंदमु नील्ल - नडुम जेरॆ
गरिराजवरद | नी - गलमुतो सरिराक
पॆद्दशंखमु बॊब्ब - पॆट्ट बॊडगॆ
श्रीपति | नीदिव्य - रूपुतो सरि राक
पुष्पबाणुडु नीकु - बुत्रु डय्यॆ
ते। निंदिरादेवि निन्नु मो - हिंचि विडक
नीकु बट्टमहिषि यय्यॆ - निश्चयमुग।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
079
सी। हरिदासुलनु निंद - लाडकुंडिन जालु
सकल ग्रंथम्मुलु - चदिविनट्लु
भिक्ष मिय्यंग द - प्पिंपकुंडिन जालु
जेमुट्टि दानंबु - चेसिनट्लु
मिंचि सज्जनुल वं - चिंचकुंडिन जालु
निंपुगा बहुमान - मिच्चिनट्लु
देवाग्रहारमुल् - दीयकुंडिन जालु
गनककंबपु गुल्लु - गट्टिनट्लु
ते। ऒकरि वर्शाशनमु मुंच - कुन्न जालु
बेरुकीर्तिग सत्रमुल् - पॆट्टिनट्लु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
080
सी। इहलोकसौख्यमु - लिच्चगिंचॆद मन्न
देह मॆप्पटिकि दा - स्थिरत नॊंद
दायुष्य मुन्न प - र्यंतंबु पटुतयु
नॊक्कतीरुन नुंड - दुर्विलोन
बाल्ययुवत्वदु - र्बलवार्धकमु लनु
मूटिलो मुनिगॆडि - मुऱिकिकॊंप
भ्रांतितो दीनि गा - पाडुद मनुमॊन्न
गालमृत्युवुचेत - गोलुपोवु
ते। नम्मरा दय्य | यिदि माय - नाटकंबु
जन्म मिक नॊल्ल न न्नेलु - जलजनाभ |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
081
सी। वदनंबु नीनाम - भजन गोरुचुनुंडु
जिह्व नीकीर्तनल् - सेय गोरु
हस्तयुग्मंबु नि - न्नर्चिंप गोरुनु
गर्णमुल् नी मीदि - कथलु गोरु
तनुवु नीसेवये - घनमुगा गोरुनु
नयनमुल् नीदर्श - नंबु गोरु
मूर्धम्मु नीपद - म्मुल म्रॊक्कगा गोरु
नात्म नीदै युंडु - नरसि चूड
ते। स्वप्नमुन नैन नेवेल - संततमुनु
बुद्धि नी पादमुलयंदु - बूनियुंडु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
082
सी। पद्माक्ष | ममतचे - बरमु नंदॆद मंचु
विर्रवीगुदुमय्य - वॆर्रिपट्टि
मास्वतंत्रंबैन - मदमु गंड्लकु गप्पि
मॊगमु पट्टदु काम - मोहमुननु
ब्रह्मदेवुंडैन - बैडिदेहमु गल्ग
जेसिवेयक मम्मु - जॆऱिचॆ नतडु
तुच्छमैनटुवंटि - तो लॆम्मुकलतोडि
मुऱिकि चॆत्तलु चेर्चि - मूट कट्टॆ
ते। नी शरीरालु पडिपोवु - टॆऱुग केमु
कामुकुल मैति मिक मिम्मु - गानलेमु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
083
सी। गरुडवाहन | दिव्य - कौस्तुभालंकार |
रविकोटितेज | सा - रंगवदन |
मणिगणान्वित | हेम - मकुटाभरण | चारु
मकरकुंडल | लस - न्मंदहास |
कांचनांबर | रत्न - कांचिविभूषित |
सुरवरार्चित | चंद्र - सूर्यनयन |
कमलनाभ | मुकुंद | - गंगाधरस्तुत |
राक्षसांतक | नाग - राजशयन |
ते। पतितपावन | लक्षीश | - ब्रह्मजनक |
भक्तवत्सल | सर्वेश | - परमपुरुष |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
084
सी। पलुमाऱु दशरूप - मुलु दरिंचिति वेल?
येकरूपमु बॊंद - वेल नीवु?
नयमुन क्षीराब्धि - नडुम जेरिति वेल?
रत्नकांचन मंदि - रमुलु लेवॆ?
पन्नगेंद्रुनिमीद - बव्वलिंचिति वेल?
जलतारुपट्टॆमं - चमुलु लेवॆ?
ऱॆक्कलु गलपक्षि - नॆक्कसागिति वेल?
गजतुरंगांदोलि - कमुलु लेवॆ?
ते। वनजलोचन | यिटुवंटि - वैभवमुलु
सॊगसुगा नीकु दोचॆनो - सुंदरांग?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
085
सी। तिरुपति स्थलमंदु - दिन्नगा ने नुन्न
वेंकटेशुडु मेत - वेयलेडॊ?
पुरुषोत्तममुन के - बोयनजालु ज
गन्नाथु डन्नंबु - गडपलेडॊ?
श्रीरंगमुनकु ने - जेर बोयिन जालु
स्वामि ग्रासमु बॆट्टि - साकलेडॊ?
कांचीपुरमुलोन - गदिसि ने गॊलुवुन्न
गरिवरदुडु पॊट्ट - गडपलेडॊ?
ते। यॆंदु बोवक नेनु नी - मंदिरमुन
निलिचितिनि नीकु नामीद - नॆनरु लेदु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
086
सी। तार्क्ष्यवाहन | नीवु - दंडिदात वटंचु
गोरि वेडुक निन्नु - गॊल्ववच्चि
यर्थिमार्गमुनु ने - ननुसरिंचितिनय्य
लावैन बदुनाल्गु - लक्ष लैन
वेषमुल् वेसि ना - विद्याप्रगल्भत
जूपसागिति नीकु - सुंदरांग |
यानंद मैन ने - नडुग वच्चिन दिच्चि
वांछ दीर्पुमु - नीलवर्ण | वेग
ते। नीकु नाविद्य हर्षंबु - गाक युन्न
तेपतेपकु वेषमुल् - देनु सुम्मि।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
087
सी। अमरेंद्रविनुत | ने - नतिदुरात्मुड नंचु
गललोन नैननु - गनुल बडवु
नीवु प्रत्यक्षमै - नुलुवकुंडिन मानॆ
दॊड्डगा नॊक युक्ति - दॊरकॆनय्य |
गट्टिकॊय्यनु दॆच्चि - घनमुगा खंडिंचि
नीस्वरूपमु चेसि - निलुपुकॊंचु
धूप दीपमु लिच्चि - तुलसितो बूजिंचि
नित्यनैवेद्यमुल् - नेममुगनु
ते। नडुपुचुनु निन्नु गॊलिचॆद - नम्मि बुद्धि
नी प्रपंचंबु गलुगु ना - किंतॆ चालु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
088
सी। भुवनेश | गोविंद | - रविकोटिसंकाश |
पक्षिवाहन | भक्त - पारिजात |
यंभोजभव रुद्र - जंभारिसन्नुत |
सामगानविलोल | - सारसाक्ष |
वनधिगंभीर | श्री - वत्सकौस्तुभवक्ष |
शंखचक्रगदासि - शार्ज्ञहस्त |
दीनरक्षक | वासु - देव | दैत्यविनाश |
नारदार्चित | दिव्य - नागशयन |
ते। चारु नवरत्नकुंडल - श्रवणयुगल |
विबुधवंदित पादब्ज | - विश्वरूप |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
089
सी। नागेंद्रशयन | नी - नाममाधुर्यंबु
मूडुकन्नुल सांब - मूर्ति कॆऱुक
पंकजाताक्ष | नी - बलपराक्रम मॆल्ल
भारतीपति यैन - ब्रह्म कॆऱुक
मधुकैटभारि | नी - मायासमर्थत
वसुधलो बलिचक्र - वर्ति कॆऱुक
परमात्म | नी दगु - पक्षपातित्वंबु
दशशताक्षुल पुरं - दरुनि कॆऱुक
ते। वीरि कॆऱुकगु नीकथल् - विंत लॆल्ल
नरुल कॆऱु कन्न नॆवरैन - नव्विपोरॆ?
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
090
सी। अर्थु लेमैन नि - न्नडुगवच्चॆद रंचु
क्षीरसागरमंदु - जेरिनावु
नीचुट्टु सेवकुल् - निलुवकुंडुटकुनै
भयदसर्पमुमीद - बंडिनावु
भक्तबृंदमु वॆंट - बडि चरिंचॆद रंचु
नॆगसि पोयॆडिपक्षि - नॆक्किनावु
दासुलु नीद्वार - मासिंपकुंटकु
मंचि योधुल काव - लुंचिनावु
ते। लावु गलवाड वैति वे - लागु नेनु
निन्नु जूतुनु नातंड्रि | - नीरजाक्ष |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
091
सी। नीकथल् चॆवुललो - सोकुट मॊदलुगा
बुलकांकुरमु मॆन - बुट्टुवाडु
नयमैन नी दिव्य - नामकीर्तनलोन
मग्नुडै देहंबु - मऱचुवाडु
फालंबुतो नीदु - पादयुग्ममुनकु
ब्रेमतो दंड म - र्पिंचुवाडु
हा पुंडरीकाक्ष | - हा राम | हरि | यंचु
वेड्कतो गेकलु - वेयुवाडु
ते। चित्तकमलंबुननु निन्नु - जेर्चुवाडु
नीदुलोकंबुनं दुंडु - नीरजाक्ष |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
092
सी। निगमगोचर | नेनु - नीकु मॆप्पगुनट्लु
लॆस्सगा बूजिंप - लेनु सुम्मि
नाकु दोचिन भूष - णमुलु पॆट्टॆद नन्न
गौस्तुभमणि नीकु - गलदु मुंदॆ
भक्ष्यभोज्यमुल न - र्पणमु जेसॆद नन्न
नीवु पॆट्टिति सुध - निर्जरुलकु
गलिमिकॊद्दिग गानु - कल नॊसंगॆद नन्न
भार्गवीदेवि नी - भार्य यय्यॆ
ते। नन्नि गलवाड वखिल लो - काधिपतिवि |
नीकु सॊम्मुलु पॆट्ट ने - नॆंतवाड |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
093
सी। नवसरोजदलाक्ष | - नन्नु बोषिंचॆडु
दातवु नी वंचु - धैर्यपडिति
ना मनंबुन निन्नु - नम्मिनंदुकु दंड्रि |
मेलु ना कॊनरिंपु - नीलदेह |
भलिभली | नी यंत - प्रभुवु नॆक्कड जूड
बुडमिलो नी पेरु - पॊगडवच्चु
मुंदु जेसिन पाप - मुनु नशिंपग जेसि
निर्वहिंपुमु नन्नु - नेर्पुतोड
ते। बरमसंतोष मायॆ ना - प्राणमुलकु
नी^^ऋणमु दीर्चुकॊन नेर - नीरजाक्ष |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
094
सी। फणुलपुट्टलमीद - बव्वलिंचिनयट्लु
पुलुल गुंपुन जेर - बोयिनट्लु
मकरिवर्गं बुन्न - मडुगु जॊच्चिनयट्लु
गंगदापुन निंड्लु - गट्टिनट्लु
चॆदलभूमिनि जाप - चेर बऱचिनयट्लु
ओटिबिंदॆल बाल - नुनिचिनट्लु
वॆर्रिवानिकि बहु - वित्त मिच्चिनयट्लु
कम्मगुडिसॆ मंदु - गाल्चिनट्लु
ते। स्वामि नी भक्तवरुलु दु - र्जनुलतोड
जॆलिमि जेसिनय ट्लैन - जेटु वच्चु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
095
सी। दनुजसंहार | चक्र - धर | नीकु दंडंबु
लिंदिराधिप | नीकु - वंदनंबु
पतितपावन | नीकु - बहुनमस्कारमुल्
नीरजातदलाक्ष | - नीकु शरणु
वासवार्चित | मेघ - वर्ण | नीकु शुभंबु
मंदरधर | नीकु - मंगलंबु
कंबुकंधर | शार्ज्ग - कर | नीकु भद्रंबु
दीनरक्षक | नीकु - दिग्विजयमु
ते। सकलवैभवमुलु नीकु - सार्वभौम |
नित्यकल्याणमुलु नगु - नीकु नॆपुडु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
096
सी। मत्स्यावतार मै - मडुगुलोपल जॊच्चि
सोमकासुरु द्रुंचि - चोद्यमुगनु
दॆच्चि वेदमु लॆल्ल - मॆच्च देवतलॆल्ल
ब्रह्म किच्चिति वीवु - भलि | यनंग
ना वेदमुल निय्य - नाचारनिष्ठल
ननुभविंचुचु नुंदु - रवनिसुरुलु
सकलपापंबुलु - समसिपोवु नटंचु
मनुजु लंदऱु नीदु - महिम दॆलिसि
ते। युंदु ररविंदनयन | नी - युनिकि दॆलियु
वारलकु वेग मोक्षंबु - वच्चु ननघ |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
097
सी। कूर्मावतारमै - कुधरंबुक्रिंदनु
गोर्कितो नुंडवा - कॊमरु मिगुल?
वरहावतारमै - वनभूमुलनु जॊच्चि
शिक्षिंपवा हिर - ण्याक्षु नपुडु?
नरसिंहमूर्तिवै - नरभोजनु हिरण्य
कशिपुनि द्रुंपवा - कांति मीऱ?
वामनरूपमै - वसुधलो बलिचक्र
वर्ति नऱंपवा - वैर मुडिगि?
ते। यिट्टि पनु लॆल्ल जेयगा - नॆवरिकेनि
तगुनॆ नरसिंह | नीकिदि - दगुनु गाक |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
098
सी। लक्ष्मीश | नीदिव्य - लक्षणगुणमुल
विनजाल कॆप्पुडु - वॆर्रिनैति
ना वॆर्रिगुणमुलु - नयमुगा खंडिंचि
नन्नु रक्षिंपु मो - नलिननेत्र |
निन्नु ने नम्मिति - नितरदैवमुल ने
नम्मले दॆप्पुडु - नागशयन |
कापाडिननु नीवॆ - कष्टपॆट्टिन नीवॆ
नीपादकमलमुल् - निरत मेनु
ते। नम्मियुन्नानु नीपाद - नलिनभक्ति
वेग दयचेसि रक्षिंपु - वेदविद्य |
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
099
सी। अमरेंद्रविनुत | नि - न्ननुसरिंचिनवारु
मुक्ति बॊंदिरि वेग - मुदमुतोनु
नीपादपद्ममुल् - नॆऱ नम्मियुन्नानु
नाकु मोक्षं बिम्मु - नलिननेत्र |
काचि रक्षिंचु नन् - गडतेर्चु वेगमे
नी सेवकुनि जेयु - निश्चलमुग
गापाडिननु नीकु - गैंकर्यपरुड नै
चॆलगि नीपनुलनु - जेयुवाड
ते। ननुचु बलुमाऱु वेडॆद - नब्जनाभ |
नाकु ब्रत्यक्ष मगुमु निन् - नम्मिनानु।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |
100
सी। शेषप्प यनु कवि - चॆप्पिन पद्यमुल्
चॆवुल कानंदमै - चॆलगुचुंडु
ने मनुजुंडैन - नॆलमि नी शतकंबु
भक्तितो विन्न स - त्फलमु गलुगु
जॆलगि यी पद्यमुल् - चेर्चि व्रासिनवारु
कमलाक्षुकरुणनु - गांतु रॆपुडु
निंपुगा बुस्तकं - बॆपुडु बूजिंचिन
दुरितजालंबुलु - दॊलगिपोवु
ते। निद्दि पुण्याकरं बनि - यॆपुडु जनुलु
गषट मॆन्नक पठियिंप - गलुगु मुक्ति।
भूषणविकास | श्रीधर्म - पुरनिवास |
दुष्टसंहार | नरसिंह - दुरितदूर |