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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in
सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.
अन्नमय्य कीर्तन तिरुमल गिरि राय
तिरुमलगिरिराय देवराहुत्तराय |
सुरतबिन्नाणराय सुगुणकोनेटिराय ‖
सिरुलसिङ्गारराय चॆलुवपुतिम्मराय |
सरसवैभवराय सकलविनोदराय |
वरवसन्तमुलराय वनितलविटराय |
गुरुतैन तेगराय कॊण्डलकोनेटिराय ‖
गॊल्लॆतलवुद्दण्डराय गोपालकृष्णराय |
चल्लुवॆदजाणराय चल्लबरिमलराय |
चॆल्लुबडिधर्मराय चॆप्परानिवलराय |
कॊल्ललैन भोगराय कॊण्डलकोनेटिराय ‖
सामसङ्गीतराय सर्वमोहनराय |
धामवैकुण्ठराय दैत्यविभालराय |
कामिञ्चि निन्नु गोरिते गरुणिञ्चितिवि नन्नु |
श्रीमन्तुड नीकु जय श्रीवेङ्कटराय ‖