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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in
सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.
अन्नमय्य कीर्तन मुद्दुगारे यशोद
रागं: सालङ्गनाट
मुद्दुगारे यशोद मुङ्गिटि मुत्यमु वीडु |
तिद्दरानि महिमल देवकी सुतुडु ‖
अन्त निन्त गॊल्लॆतल अरचेति माणिक्यमु |
पन्त माडे कंसुनि पालि वज्रमु |
कान्तुल मूडु लोकाल गरुड पच्च बूस |
चॆन्तल मालो नुन्न चिन्नि कृष्णुडु ‖
रतिकेलि रुक्मिणिकि रङ्गु मोवि पगडमु |
मिति गोवर्धनपु गोमेधिकमु |
सतमै शङ्ख चक्राल सन्दुल वैडूर्यमु |
गतियै मम्मु गाचेटि कमलाक्षुडु ‖
कालिङ्गुनि तललपै गप्पिन पुष्यरागमु |
येलेटि श्री वेङ्कटाद्रि यिन्द्रनीलमु |
पाल जलनिधि लोन बायनि दिव्य रत्नमु |
बालुनिवलॆ दिरिगी बद्म नाभुडु ‖