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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.

अन्नमय्य कीर्तन मेलुको श्रुङ्गारराय

मेलुको शृङ्गारराय मेटि मदनगोपाल |
मेलुकोवॆ नापाल मुञ्चिन निधानमा ‖

सन्दडिचे गोपिकल जव्वनवनमुलोन |
कन्दुवन्दिरिगे मदगजमवु |
यिन्दुमुखि सत्यभाम हृदय पद्ममुलोनि |
गन्धमु मरिगिनट्टि गण्डु तुम्मॆद ‖

गतिगूडि रुक्मिणिकौगिट पञ्जरमुलो |
रतिमुद्दु गुरिसेटि राचिलुका |
सतुल पदारुवेल जण्ट कन्नुल गलुवल- |
कितमै पॊडिमिन ना यिन्दु बिम्बम ‖

वरुसं गॊलनिलोनि वारि चन्नुङ्गॊण्डलपै |
निरति वालिन ना नीलमेघमा |
शिरनुरमुन मोचि श्री वेङ्कटाद्रि मीद |
गरिम वरालिच्चे कल्पतरुवा ‖