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This stotram is in शुद्ध दॆवनागरी (Samskritam). View this in
सरल दॆवनागरी (हिंन्दी), with simplified anuswaras for easy reading.
अन्नमय्य कीर्तन कॊलिचिन वारल
कॊलिचिन वारल कॊङ्गुपैडितडु |
बलिमि तारक ब्रह्ममीतडु ‖
इनवंशाम्बुधि नॆगसिन तेजमु |
घनयज्ञम्बुल गल फलमु |
मनुजरूपमुन मनियॆडि ब्रह्ममु |
निनुवुल रघुकुल निधानमीतडु ‖
परमान्नमुलोपलि सारपुजवि |
परगिनदिविजुल भयहरमु |
मरिगिनसीता मङ्गलसूत्रमु |
धरलो रामावतारम्बितडु ‖
चकितदानवुल संहारचक्रमु |
सकल वनचरुल जयकरमु |
विकसितमगु श्रीवेङ्कट निलयमु |
प्रकटित दशरथ भाग्यम्बितडु ‖